चना की कीमत में भारत-पाकिस्तान तनाव से आई तेजी, युद्ध रुकने के बाद क्या होगा चना का भविष्य 2025
Chana Teji Mandi Report: सप्ताह के आरंभ में सोमवार को दिल्ली एमपी चना की कीमत 5700 से 5725 रुपए प्रति क्विंटल, जो कि शनिवार शाम 5950/5975 रुपए प्रति क्विंटल और राजस्थान सोमवार चना की कीमत 5800 से 5825 रुपए जो कि शनिवार को चना के भाव 6000 से 6025 रुपए प्रति क्विंटल। यानी एक हफ्ते में चना के भाव 200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिला। चना का भविष्य 2025 जानें पूरी डिटेल.
चना का भविष्य 2025
चना के दाम में सप्ताह के दौरान सकारात्मक कारोबार दर्ज किया गया। चना में कमजोर बिकवाली और चना दाल में मांग निकलने से भाव में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई। बता दें कि भारत व पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ने की वजह से चना दाल बेसन की मांग में अतिरिक्त निकलने के चलते कीमतों को सहारा दिया है। परंतु जैसे ही हफ्ते के लास्ट यानी शनिवार शाम को युद्ध की समाप्ति को लेकर खबर आई उनके पश्चात बिकवाली/मुनाफावसूली भी देखने मिला।
मंडियों में चना की आवक कमजोर
चना में बिकवाली कमजोर रहने से मंडियों में आवक काफी कमजोर है। इस सीजन चना का एक बड़ा हिस्सा स्टॉक में गया है और अभी स्टॉकिस्ट बेचने के मूड में कम नजर आ रहा है।
चना दाल की मांग में वृद्धि की संभावना
मानसून के आगमन के साथ चना दाल की खपत मांग बढ़ने की उम्मीद है, जिससे कीमतों में अधिक गिरावट की उम्मीद नहीं है। चना का स्टॉक मजबूत हाथं में हैं और अभी स्टॉंकिस्ट मुनाफावसूली के मूड में नहीं है। चना दॉल/ बेसन की खपतं मांग जून से धीरे धीरे बढ़ेगी और यह दिसंबर तक चलेगा।
ऑस्ट्रेलिया में चना की बोआई बढ़ने का अनुमान
ऑस्ट्रेलिया में जून-जुलाई में चना की बोआई होती है और प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में चना की बोआई बढ़ने की रिपोर्ट प्राप्त हो रही है। हालांकि भारत सरकार ने चना आयात पर 10% आयात शुल्क लगा रखा है।
चना का भविष्य कैसा
चना ने सप्ताह के दौरान 5950 रेजिस्टेंस जरूर
तोड़ा हैं, लेकिन साप्ताहिक रूप से बंद होने में कामयाब नहीं रहा क्योंकि बंद बाजार में दिल्ली चना 5875 रुपए पर बंद हुआ। कमजोर बिकवाली और सुस्त आवक और भविष्य में मांग में बढ़ोतरी को देखते हुए चना के दाम लॉन्ग टर्म में उतार-चढ़ाव के बीच सकारात्मक रहने की उम्मीद अधिक है। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।
Note:- आज आपने जाना www.starmandi.com पर चना की कीमत में भारत-पाकिस्तान तनाव से आई तेजी, युद्ध रुकने के बाद क्या होगा चना का भविष्य 2025। बता दें कि किसान या व्यापारी अपना व्यापार अपने विवेक से ही करना चाहिए। क्योंकि चना की फसल में कोई भी तेजी या गिरावट मौसम, केंद्र सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय, मांग और आवक पर निर्भर रहेगा।
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