राजस्थान प्रदेश में राज्य के किसानों के लिए शानदार मौका, बता दे की राजस्थान सरकार की ओर से अनुदान राशि 1 लाख 25 हजार रुपए प्राप्त होगा। क्योंकि यह राशि पहले केवल 40000 रुपए मिलता था।
Rajasthan Sarkari Yojana
प्रदेश सरकार की ओर से इस योजना को राष्ट्रीय बागवानी मिशन के माध्यम से आरंभ किया गया है। और अब किसानों को मिलने वाला राशि 3 गुना ज्यादा होकर 125000 हो चुका है। जिसकी वजह से किसानों को फलदार पौधों की खेती करने को लेकर ड्रिप सिंचाई के लिए आर्थिक सहायता दिया जाएगा।
स्कीम में किन-किन किसानों को मिलेगा लाभ
बता दे की फलदार बगीचे लगाने के इच्छुक किसानों को अधिकतम दो हेक्टेयर तक थी इस स्कीम का फायदा हो सकेगा। और इसमें चयन आधार किसानों का चयन लॉटरी के अलावा वरीयता के आधार पर होगा।
कौन-कौन से फलों पर किसानों को मिलेगा अनुदान
बता दें कि राजस्थान प्रदेश के सीकर जिला में आठ प्रजातियों के पौधों पर उद्यान विभाग की ओर से अनुदान की दायरे में जोड़ा गया। इसमें से बगीचों ऑन के दौरान लगाए गए पौधे नींबू की प्रजाति को प्राथमिकता मिलेगा। और मिलने वाला अनुदान का पैसा भी किसानों के बैंक खाता में सीधा जारी होगा। इसमें निम्नलिखित फलों पर अनुदान मिलेगा जो नीचे दिया गया
क्रमांक | फलदार पौधे |
1 | नींबू |
2 | आंवला |
3 | किन्नू |
4 | अनार |
5 | बेर |
6 | मौसमी |
7 | संतरा |
8 | बेल पत्र |
शर्तें पूरी करने पर मिलेगा अनुदान
बता दे की योजना में किसानों को अनुदान का लाभ प्राप्त करने के लिए ड्रिप सिंचाई सिस्टम को लगवाए जाना आवश्यक होगा। किसानों को क्कष्ठरूष्ट के माध्यम से मदद दिया जाएगा। और किसानों को 2 वर्ष अनुदान राशि मिलेगा।
दोनों को पहले वर्ष के लिए 60% वहीं इसके अगले यानी दूसरे वर्ष तक 80% तक पौधे जीवित रहता है तो फिर बाकी का 40 % अनुदान राशि प्राप्त होगा। इसके अलावा किसानों को बगीचे में किसान की डिटेल को लेकर एक बोर्ड को लगाया जाना आवश्यक होगा। जिन पर किस का खुद का अपना नाम, एड्रेस, कौन सा एरिया है, अनुदान राशि की जानकारी और किस्म का चुनाव करना वह जरूरी है और चयनित किसानों का सूची भी जल्द ही प्राप्त होगा।
लाभ के लिए कैसे करेंगे आवेदन
मध्य प्रदेश के किसानों को अपना ऑनलाइन आवेदन राज किसान साथी पोर्टल पर किया जा सकता है। वहीं किसानों को इस आवेदन को करने के साथ ही ड्रिप संयंत्र को लेकर भी अलग से आवेदन करना पड़ेगा।
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पहले आओ, पहले पाओ व लॉटरी में चयन
इस योजना में किसानों को फायदा देने वाली इच्छुक किसानों के द्वारा किए जाने वाले आवेदन का लक्ष्य से भी नीचे रह जाता है तो उनको लॉटरी से वहीं अगर ज्यादा होता है तो फिर पहले आओ पहले पाओ के अंदर फॉर्मूला लागू होगा।
इसकी वजह से किसानों को जो लंबे समसीमा अवधि से भी इंतजार किया जा रहा है उनको अब अवसर प्राप्त होगा। राजस्थान प्रदेश सरकार के द्वारा इस योजना के जरिए केवल किसानों को सब्सिडी ही नहीं बल्कि आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक नई पहल है।
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