Rajasthan Farmers News: राजस्थान प्रदेश में किसानों को मिलेगी दिन के समय बिजली, मुख्यमंत्री ने दिया 2027 तक निर्बाध बिजली का निर्देश
CM Bhajan Lal Sharma: किसानों को खेती करने में आज के इस बदल रहे दौर में बिजली की आवश्यकता काफी बढ़ती जा रही है जिसमें सबसे मुख्य रूप से सिंचाई के लिए बिजली की आवश्यकता रहती है। सरकार के द्वारा किसानों को बिजली उपलब्ध करवाने को लेकर लगातार कार्य किया जा रहा है इसी कड़ी में अब राजस्थान प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तरफ से वर्ष 2022 तक हर स्थिति में दिन के समय किसानों को बिजली उपलब्ध करवाने को लेकर निर्देश दिया गया।
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राजस्थान प्रदेश में हर घर हर खेत बिजली निर्बोध उपलब्ध किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेश सरकार की प्राथमिकता बताया है। उनकी ओर से कहे मुताबिक प्रदेश सरकार राज्य के किसानों को दिन में बिजली साल 2027 तक उपलब्ध करवाने और औद्योगिक क्षेत्र के लिए भी सुचारू बिजली उपलब्ध करवाने को लक्ष्य को लेकर काम कर रही है।
उनके अनुसार प्रदेश में तय किए गए इन लक्ष्यों को हासिल करने को लेकर विद्युत उत्पादन के लिए प्रसारण व वितरण तंत्र को दूरदर्शिता साथ सुदृढ़ीकरण करना होगा।
प्रदेश में मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को मुख्यमंत्री के द्वारा ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक का नेतृत्व किया गया। इसी दौरान उनकी ओर से अधिकारियों को निर्देश दिया कि गर्मी के इस मौसम को ध्यान में रखते हुए पिक डिमांड के दौरान विद्युत आपूर्ति को सुचारू रूप से चलाया जाए ताकि प्रदेश की जनता को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो।
हर विद्युत उत्पादन इकाइयों का संचालन सुनिश्चित करना
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तरफ से बताया गया कि किसानों को रबी सीजन के मौके पर व फरवरी महीने से अभी तक पीक डिमांड के कारण उपभोक्ताओं को प्रदेश सरकार की तरफ से निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित किया है। उनकी ओर से विद्युत उत्पादन की सभी यूनिट्स के संचालन को सुनिश्चित किए जाने को लेकर सख्त निर्देश दिया गया है। उनकी ओर से बताया गया कि निकट भविष्य के दौरान मांग को ध्यान में रखते हुए बिजली उत्पादन का वैकल्पिक स्रोत तैयार किया जाए।
सौर ऊर्जा संयंत्र के स्थापना का तेजी से करें काम
सीएम भजनलाल शर्मा के बताया कि प्रदेश सरकार हर स्थिति में साल 2027 तक किसानों को दिन के समय बिजली उपलब्ध कराए जाने को लेकर प्रतिबद्ध है। राजस्थान सरकार की ओर से केंद्र सरकार से अनुरोध पर कुसुम योजना के अंतर्गत 5 हजार मेगावाट का अतिरिक्त आवंटन किया गया है। उनकी ओर से इस बारे में जीएसएस (GSS) से स्थापित करने वाले विकेन्द्रीकृत सौर ऊर्जा संयंत्र के कामों में तेजी लाने का निर्देश दिया। इसके अलावा उनकी ओर से बैटरी स्टोरेज सिस्टम की भी आरंभ करने के बारे में निर्देश दिया।
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