Rajasthan Farmers Good News: राजस्थान व पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री के मध्य हुई बातचीत, अब मानसून का पाकिस्तान में नहीं राजस्थान में आएगा
देश में फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण परियोजना को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। बता दें कि राजस्थान व पंजाब के सीएम के मध्य इस परियोजना के बढ़ाए जाने पर फोन पर बातचीत हुआ। जिसके चलते जो किसान गंगनहर क्षेत्र के रहने वाले उनको बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है।
Rajasthan Farmers Good News
बता दें कि फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण के काम को पूरा जल्द होने की संभावना यहां के किसानों के लिए बड़ा महत्वपूर्ण कदम होगा।
परियोजना में कितना कुल लागत होगी
दोनों ही राज्यों के मुख्यमंत्री के बीच फोन पर बातचीत हुआ इसके पश्चात राजस्थान प्रदेश के सीएम भजनलाल शर्मा की ओर से बताया गया कि प्रदेश के उत्तरी पश्चिमी क्षेत्र जिसमें मुख्य रूप से हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले में जीवनरेखा गंगनहर प्रणाली के सशक्त करने को लेकर महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है।
बता दे कि केंद्रीय जल आयोग की ओर से बीते 24 अप्रैल को 158वीं सलाहकार समिति का बैठक जिसमें किसानों को लेकर बहुप्रतीक्षित फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण परियोजना के लिए स्वीकृति दिया गया। इस परियोजना में कुल लागत व दोनों राज्य की भागीदारी इस तरह रहेगी
1). कुल लागत 647.62 करोड़ रुपए
2). पंजाब राज्य राशि 58.54 फीसदी यानी 379.12 करोड़ रुपए
3). राजस्थान 41.46 फीसदी यानी 268.50 करोड़ रुपए
प्रोजेक्ट 2 वर्ष में तैयार होगा
फीडर पुनर्निर्माण के बारे में राजस्थान CM भजनलाल शर्मा के द्वारा बताया गया कि राज्य सरकार के द्वारा 268.50 करोड़ रुपए का राशि जिसके लिए पंजाब सरकार (जल संसाधन विभाग) वित्तीय प्रावधान की सैद्धांतिक सहमति से दिया जा चुका है। जिसके लिए परीक्षण करवाए जाने पर वित्त विभाग राजस्थान की ओर से सहमति के पश्चात सूचना पंजाब सरकार को भेजा जाएगा।
जिसके पश्चात पंजाब राज्य सरकार के द्वारा वित्त पोषण को लेकर केन्द्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा। उनके मुताबिक केंद्र सरकार की तरफ से वित्त पोषण की सहमति होने की पश्चात पंजाब राज्य सरकार के मध्य समन्वय से निविदा ओर इस साथ अन्य कार्यवाहियां को किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से इसी साल पुनर्निर्माण काम को आरंभ करने के बाद आने वाले 2 साल में पूरा करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्षमता में होगी बढ़ोतरी
फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के बाद 13 हजार 842 क्यूसेक होगी। जो कि वर्तमान क्षमता 11 हजार 192 क्यूसेक का है। इसके चलते मानसून के दौरान जो पानी पाकिस्तान की तरफ जाता है। उसका ज्यादातर जल को संरक्षित के साथ गंगनहर क्षेत्र में ही इस्तेमाल हो पाएगा। इसके अलावा इस परियोजना के तहत गंगनहर क्षेत्र में 3.14 लाख हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र को पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति सुनिश्चित हो पाएगी। जिसकी वजह से फसल उत्पादकता में बढ़ोतरी व कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को और ज्यादा मजबूती मिलेगा।
बता दें कि प्रदेश सरकार की तरफ से किसानों के हित में सरकार की तरफ से साल 2024-25 बजट में 200 करोड़ रुपए फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण को लेकर प्रावधान किया गया।
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