पशुपालक की सोनी गाय का नया रिकॉर्ड, 87 किलो से अधिक 26 घंटे में दूध देने वाली एशिया में पहली गाय

पशुपालक की सोनी गाय का नया रिकॉर्ड, 87 किलो से अधिक 27 घंटे में दूध देने वाली एशिया में पहली गाय

देश के कई राज्यों में दूध के उत्पादन में काफी बढ़ोतरी हो रही है। इसकी कड़ी में हरियाणा प्रदेश को एक कहावत है कि जहां दूध- दही का खाना – ऐसा हमारा हरियाणा यहां पर किसान और पशुपालकों को की ओर अच्छी नस्ल की भैंसों व गाय पालने में विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

हरियाणा राज्य में एक से बढ़कर एक पशु समय समय पर देखें गए जिनकी कीमत करोड़ों रुपए तक होने के बाद भी पशुपालक के द्वारा नहीं बेचते हैं। इसी तरह से अभी हरियाणा प्रदेश में एक ऐसी ही गाय के द्वारा दूध देने में रिकॉर्ड स्थापित किया गया है।

सोनी गाय का नया रिकॉर्ड

बता दें कि प्रदेश के करनाल जिले में सुनील मेहला पशुपालक की 1 गाय सोनी है। मीडिया खबर के मुताबिक इस गाय के दौरान 87 किलोग्राम 740 ग्राम दूध जो कि 24 घंटे में दूध दिया है जो कि एशिया में सबसे अधिक दूध देने वाली गाय के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) करनाल डेयरी मेले का आयोजन हुआ। जिसमें दूग्ध प्रतियोगिता में शामिल इस सोनी गाय की ओर से ऐतिहासिक उपलब्धि को प्राप्त किया है।

इसके अलावा दूसरे नंबर पर पशुपालक सुनील मेहला की गाय रही। जिसके द्वारा 70.50 किलोग्राम दूध देने वाली है। पशुपालक की इन 2 गाय होल्सटीन फ्रीजियन नस्ल (HF) के द्वारा उपलब्धि हासिल किया। और इसलिए भी खास हो जाती है कि लगातार दूसरी बार भी उनकी डेयरी की गाय के द्वारा इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक कुरूक्षेत्र DFA मेले में इससे पहले उनकी डेयरी की गाय के द्वारा 87.740 किलोग्राम दूध दिया जो कि 1 रिकॉर्ड है।

डेयरी प्रतियोगिता में साल 2017 से बढ़िया प्रदर्शन

बता दें हरियाणा प्रदेश के जिला करनाल में गांव झिंझाड़ी के पशुपालक सुनील मेहला की ओर से पशुपालन को कार्य करने का शौक रखते हैं जो कि उनके परिवार की ओर से आरंभ से किया जाता है। उनके द्वारा ग्रेजुएशन की पढ़ाई को पूरा करने के बाद उनके मुताबिक उन्होंने पशुपालन के कार्य को अपना पेशा बनाया। जिसको लेकर साल 2014 में अपने खुद की ब्रीडिंग आरंभ की। वहीं इसके साथ ही वर्ष 2017 के दौरान से अभी तक लगातार डेयरी की गाय दूग्ध प्रतियोगिताओं में  अच्छा प्रदर्शन किया जा रहा है। उनकी गाय के द्वारा अभी तक कुरूक्षेत्र DFA मेले के दौरान 6 बार हिस्सा ले के साथ ही 5 बार प्रथम वही एक बार दूसरे स्थान को प्राप्त किया है।

नहीं बेचना चाहते सोनी जैसी गाय

उनके अनुसार उनकी डेयरी फॉर्म में हर वर्ष 30 से लेकर 35 बछड़ा या बछड़ियां का जन्म होता है। जिसमें से करीब 10 से 15 गाय की बेंच दिया जाता है। इसके अलावा जिन जिन गायों के द्वारा रिकॉर्ड बनाया जाता है उनको बेचने का सवाल नहीं उठता। उनके द्वारा सोनी के जैसी अन्य गाय के ब्रीडिंग पर विशेष ध्यान दें रहे हैं ताकि आने वाले समय के दौरान दूध के उत्पादन में बढ़ोतरी हो।

उनके अनुसार डेयरी फॉर्म में सबसे पहली बछड़ी सोनी है। जिसकी मौजूदा समय में 8 वर्ष की आयु है। इसके अलावा इसके द्वारा 5 बयात को पूरा कर चुकी है। जिसके लिए वे उनके साथ विशेष लगाव रखते हैं और उनका विशेष रूप ध्यान देते हैं।

यह 5 बार की प्रतियोगिता में पहले स्थान पर 3 बार दूसरे और तीसरे स्थान पर 1/1 बार स्थान मिला है। उनके द्वारा अपनी डेयरी फॉर्म में गाय को खुला रखने के साथ साथ गर्मी को लेकर जरूरी काम किया गया है। उनकी ओर से 1 दिन में गायों से 30 क्विंटल तक दूध प्राप्त किया जाता है। वही भोजन की बात करें तो वे साइलेज 24 KG, तूड़ी तकरीबन डेढ़ किलोग्राम, हरा चारा 10 किलोग्राम व स्पेशल फीड  20 किलोग्राम दिया जाता है।

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