देश भर के तकरीबन सभी हिस्सों में सरसों की फसल पछेती फसल बुवाई को छोड़कर रबी सरसों को फसल कटाई का काम शुरू हो गया है। और मंडी में नई सरसों की आवक बढ़ रही है।
सरसों फसल की आवक सबसे अधिक राजस्थान प्रदेश में देखा जा रहा है क्योंकि यहां पर सबसे पहले सरसों की कटाई किसान के द्वारा किया जाता है। बता दें कि इस तरह हरियाणा प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में सरसों की कटाई शुरू होने के बाद किसानों के द्वारा अपनी नई सरसों मंडियों में पहुंच रही है।
हरियाणा Mustard Price Update
इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने इस बार सरसों फसल की सरकारी खरीद को आज यानी 15 मार्च 2025 से शुरू किया गया है। क्योंकि अबकी बार मौसम में तापमान बढ़ ने के चलते सरसों का फसल जल्द पकावे में आई है। जिसको लेकर रबी सीजन-2025 की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में राज्य सरकार ने 28 मार्च के जगह पर सरसों की खरीद को 15 मार्च से आरंभ करने का फैसला लिया गया था।
अबकी बार सरसों 108 मंडियों में खरीद
बीते दिनों हरियाणा प्रदेश में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से बैठक के समय कृषि विभाग से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया जिसमें उन्होंने बताया गया कि प्रदेश के किसानों को अपनी फसल बेचने पाने कोई भी तरह की दिक्कत न हो पाए। हरियाणा राज्य में किसानों से सरसों की खरीद को लेकर 108 मंडिया निर्धारित किया गया है।
सरसों खरीद को लेकर क्या मापदंड तय
किसानों के द्वारा बोई गई अपनी फसल को लेकर कई प्रकार की सावधानी रखना चाहिए। जिससे उनको अपनी फसल का पैदावार अच्छा मिल सके। ऐसे में कुछ किसानों के द्वारा अपनी फसल को जल्दबाजी के कारण फसल को सही तरीके ओर समय पर पहने से पहले ही कटाई आरंभ कर दिया जाता है।
जिसके चलते उनको अपनी फसल में अधिक नमी बनी रहती है। ऐसे में किसानों को अपनी किसी भी फसल को पूरी पकने के बाद कटाई का काम किया जाना जरूरी है। बता दें कि प्रदेश के किसानों को अपनी सरसों की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी रेट पर बेचने के लिए फसल में 8% नमी होने पर खरीद का लाभ प्राप्त होगा। ऐसे में किसानों को अपनी फसल को पूरा पकाने के बाद ही कटाई का काम शुरू करें। अबकी बार सरसों का एमएसपी रेट 5650 रु प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
प्रदेश में सरसों का कितना उत्पादन की उम्मीद
सीएम नायब सिंह सैनी की तरफ से बीते दिनों हुई बैठक में अधिकारियों को कहने के अनुसार कि प्रदेश में आम तौर पर सरसों की फसल 17 से लेकर 20 लाख एकड़ भूमि में बुवाई होता है। वहीं रबी सीजन 2024/25 में सरसों का फसल 21.05 लाख एकड़ भूमि में बुवाई हुआ है। इस प्रकार से सरसों का अनुमानित उत्पादन 15.59 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच सकता है।