पिछले हफ्ते सोमवार को जयपुर सरसों के भाव 6650 रूपए प्रति क्विंटल के स्तर पर दर्ज किया गया। लेकिन सप्ताह के अंत तक यह शनिवार को कीमत 6550 रुपए प्रति क्विंटल के साथ बंद हुआ। इस प्रकार से जयपुर सरसों कंडीशन एक हफ्ते में 100 रुपए प्रति क्विंटल तक कमजोर हुआ है।
Sarso Ki Teji Mandi Report: सरसों की कीमत में कुछ दिनों के दौरान तेजी के बाद गिरावट का दौर देखा गया। राजस्थान जयपुर सरसों कंडीशन के भाव हमारे लक्ष्य के करीब 6850 पहुंचने के बाद फिसला है। सरसों के भाव में कच्चे खाद्य तेलों पर इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती के चलते कमजोर हुआ।
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वहीं हैफेड के द्वारा पुरानी सरसों की नीलामी का निर्णय लिया गया। सरसो तेल ऊपरी स्तरों से इयूटी में कटौती की वजह से प्रति किलो 4 से 5 रुपए कमजोर हुआ है।
सरसो तेल व खल की रिपोर्ट
बता दें कि जयपुर सरसों कच्ची घानी रैजिस्टेंस 1425 रुपए के पास से फिसला है। वहीं डयूर्टी कटौती के असर से कुछ दिन तक रहने के चलते टेम्पररी 2 से 3 रुपए प्रति किलो का गिरावट देखा जा सकता है।
वहीं लंबी अवधि के नजरिए से अब भी मजबूत है। इसलिए गिरावट में खरीदारी का मौका मिलेगा। खल में निर्यात डिमांड अच्छी है, परंतु घरेलू बाजार में डिमांड सुस्त पड़ा।
खल रेट में पिछले दिनों आई कमजोरी से आगे फिर डिमांड निकलेगी। इसलिए गिरावट में स्टॉक खरीद होल्ड करने की सलाह हैं।
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सरसो रेट का रिपोर्ट
सरसों की कीमत में पहले दौर की तेजी के ऊपर अभी लगाम लगा है। हमारे द्वारा जयपुर सरसों कंडीशन की कीमत का लक्ष्य 6850 रुपए प्रति क्विंटल था। जो कि बीते हफ्ते में सरसों रेट 6775 का हाई दर्ज किया गया।
सरकार के द्वारा इयूटी में कटौती के कारण आयातित तेलों के दाम सस्ते होंगे। सरसों तेल पर टेम्पररी दबाव बना सकते हैं। मई व जून महीने के दौरान आमतौर पर एक तरफा तेजी के पश्चात सरसों कीमत कुछ सप्ताह करेक्शन दिखाने के बाद सिमित दायरे में चलता है।
ऊपर दिखाए गए ग्राफ में देखा जा सकता है कि सरसों की कीमत में मई व जून महीने में पहले दौर का तेजी देखने को मिला है। वही इसके बाद से जून माह से अगस्त माह तक सिमित लेवल में चलता है।
वही सरसों कीमत की चाल दिवाली तक मजबूत रहता है। ऐसे में पैनिक न करें। और कुछ दिन के समय के लिए बाजार को स्थिर होने दें। वही सरसों का फंडॉमेंटल अभी भी नहीं बदला है। ऐसे में इयूटी कटौती की वजह से असर कम होने के पश्चात सरसों के भाव में फिर रिकवरी दिखा जा सकता है। व्यापार अपने विवेक से करें। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लेने के बाद करें।
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Conclusion:- आज हमने आपको बताया बीते सप्ताह में सरसों की कीमत को लेकर Mustard Price News: सरसों के भाव रिकॉर्ड हाई पर लगाया आयातित खाद्य तेलों की कटौती ने ब्रेक, क्या सरसों भाव फिर से आएगी तेजी, जानें सरसों रेट रिपोर्ट । व्यापारी व किसान अपना व्यापार अपने विवेक से करें। क्योंकि किसी भी प्रकार की फसल में तेजी या फिर मंदी सरकार के द्वारा लिए गए फैसले, मौसम, आवक व मांग पर निर्भर करता है। व्यापार में कोई हानि के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे।