देश के कई राज्यों में मौजूदा समय में ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल पकने की कगार पर पहुंच चुकी है। जिसमें हरियाणा, राजस्थान, एमपी राज्य भी शामिल है। बता दे की मध्य प्रदेश राज्य में फसलों में मूंग कि खेती अबकी बार अच्छी मात्रा में किया गया है। मूंग की फसल कुछ हिस्सों कटाई के बाद मंडियों में नया आवक हो रहा है। लेकिन एमपी में प्रदेश सरकार ने इस बार मूंग फसल खरीद करने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई प्रस्ताव भेजा नहीं गया है।
Mung MSP Purchase
जिसकी वजह से खरीद में हो रही देरी के कारण किसानों को चिंता को बढ़ाया है। अबकी बार मूंग के किसानों के लिए चिंता का विषय यह भी है कि इससे पहले साल यानी 2024 के दौरान मूंग का खरीद को लेकर फसल का 28 मई को पंजीकरण कराए जाने का प्रकिया आरंभ हो चुका था। परंतु अबकी बार 2025 साल में पंजीकरण कराए जाने का प्रकिया को अभी तक आरंभ नहीं हुआ है। जिसके चलते प्रदेश के कई जिलों के किसानों में इसको लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
मूंग खरीद के लिए संदेहात्मक स्थिति
बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य के प्रमुख मूंग उत्पादन जिलें जिसमें विदिशा, हरदा, रायसेन, सीहोर व नर्मदापुरम शामिल हैं। जिनमें मूंग खरीदी को रहा देरी के कारण किसानों के साथ प्रदर्शन में बढ़ोतरी देखने को मिला है। बीते वर्ष 2024 के दौरान इस समय अवधि पर पंजीकरण आरंभ हो चुका था परंतु अबकी बार इसको लेकर कोई भी एक्शन नहीं लिया गया है। MP सरकार के द्वारा इसको लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव नहीं मिला है।
एमपी राज्य में तकरीबन 1.90 लाख हेक्टेयर भूमि में बुवाई जो कि 16 जिलों में किसानों के द्वारा किया गया। इसके अलावा अगर बीते साल की बात करें तो किसान ने मूंग का बुवाई 1.159 लाख हेक्टेयर की थी। अबकी बार बुवाई का क्षेत्र अधिक होने से 2.1 लाख टन अनुमानित उत्पादन तक रहने की संभावना है।
सरकार का प्रदेश में अभी तक नहीं कोई निर्देश
एमपी राज्य में बीते दो साल से मूंग फसल की खरीद की प्रक्रिया को राज्य का कृषि विभाग की तरफ से किया गया। परन्तु इस वर्ष को लेकर अधिकारियों के कहे अनुसार अभी तक उनको कोई भी निर्देश व केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की अनुमति दिया गया है।
किसान MSP कीमत से कम में बेचने को मजबूर
देश में किसानों को लाभ देने को लेकर केंद्र सरकार ने मूंग फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य विपणन वर्ष 2024–25 (MSP Price) 8682 रुपए प्रति क्विंटल, वहीं कुछ दिन पहले विपणन वर्ष 2025–26 का एमएसपी रेट में बढ़ोतरी करते हुए 8768 रुपए प्रति क्विंटल किया है।
वहीं मौजूदा समय में स्थानीय मंडी में किसानों को अपनी मूंग कीमत 6 हजार से 6 हजार 500 रुपए प्रति क्विंटल स्थानीय मंडियों में देने को विवश है। यानी कि एक तरह से सरकार की MSP और दूसरी तरफ स्थानीय मंडी की कीमत में एक बड़ा अंतर देखा जा सकता है। जिसके चलते किसानों को अपनी फसल को कम कीमत पर बेचने से चिंता को बढ़ाया है। किसानों को अपनी भूमि में बुवाई के बाद कटाई करने व इसको बेचने के दौरान आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
Share this content: