Wheat Price : देश में गेहूं की फसल का कटाई लगभग पूरा हो चुका है। अबकी बार गेहूं की पैदावार बंपर होने की संभावना जताई जा रही है। गेहूं फसल अच्छा है लेकिन कीमतों में गिरावट भी आई है। देश में गेहूं का उत्पादन सरकार की तरफ से 115 मिलियन टन (एमटी) से ज्यादा रहने का अनुमान है। वहीं गेहूं उत्पादन फ्लोर मिल संचालकों का मानना है कि गेहूं का उत्पादन तकरीबन 110 एमटी होने के आसार है। बाजार में अभी 5000 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल शरबती गेहूं का रेट है, जो कि पिछले साल कीमत 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल को भी छुआ था।
MP Sharbati Wheat Rate
वहीं गेहूं के कारोबारियों के अनुसार मौजूदा समय के दौरान गेहूं की कीमत में बढ़ोतरी नहीं होगा। परंतु कीमतों में दिवाली के करीब तेजी देखा जा सकता है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के साथ ही सीहोर, गंजबासौदा, आष्टा व अशोकनगर के स्थानों से गेहूं का आवक होता है।
शरबती के स्थान पर लोटा की बिक्री
बता दें कि अभी के समय गेहूं सुनहरा, हर्षिता व 1544 की कीमत 3400 से 3500 रूपी प्रति क्विंटल तक दर्ज किया जा रहा है। यह गेहूं शरबती गेहूं के जैसे ही सामान दिखाई देता है, क्योंकि यह चमकदार रहता है। जिसकी वजह से कई लोगों के द्वारा इसको शरबती गेहूं कहकर बेच देते हैं।
गेहूं का रेट 3 साल में कितना रहा
1). साल 2023 के दौरान 4400 से 4800 रुपए प्रति क्विंटल।
2). साल 2024 के दौरान 5500 से 6000 रुपए प्रति क्विंटल।
3). साल 2025 के दौरान 5000 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल
गेहूं की कीमत दिवाली पर होगी तेज?
बता दें कि गेहूं के थोक कारोबारी संजय साहनी के कहे अनुसार आष्टा, सीहोर, गंजबासौदा में से आने वाले शरबती गेहूं को बढ़िया माना जाता है । फिलहाल शरबती गेहूं का रेट 5000 से लेकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल देखा जा रहा है। उनके अनुसार गेहूं का फसल अबकी बार भले ही अच्छा रहा हो और कीमत कम देखा जा रहा है। परंतु बड़ी कम्पनियों के द्वारा इसका स्टॉक कर लिया जाएगा। जिसकी वजह से सीजन के पश्चात दिवाली के करीब गेहूं का भाव में तेजी आ सकती है। वहीं गेहूं थोक कारोबारी अजय गोयल के अनुसार गेहूं की कीमत इन दिनों में कम होने के अलावा मांग भी निकला है।
एमपी राज्य उत्पादन में दूसरा स्थान
देश भर में गेहूं का उत्पादन को लेकर अबकी बार रबी सीजन 2024/25 में बंपर उत्पादन के अनुमान लगाए गए हैं। जिसको लेकर केंद्र सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से भी सूची जारी कर दी गई है। इस सूची के अनुसार प्रथम स्थान पर यूपी जहां पर 31.7 प्रतिशत, दूसरा स्थान मध्य प्रदेश 21.3 प्रतिशत, पंजाब का तीसरा स्थान 14.7 प्रतिशत व हरियाणा प्रदेश का चौथा स्थान 10 प्रतिशत वहीं राजस्थान प्रदेश में 9.6 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है।
गत वर्ष से मध्यप्रदेश राज्य का गेहूं उत्पादन अधिक
बता दें कि गोपाल दास अग्रवाल, अध्यक्ष, मप्र दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के अनुसार अबकी बार प्रदेश में गेहूं का उत्पादन गत वर्ष के मुकाबले में कहीं अधिक है। सरकार व व्यापारियों के पास काफी मात्रा में स्टॉक है। उनके मुताबिक गेहूं की कीमत में आगे चलकर कोई तेजी नहीं आयेगा। वही इसके अलावा गेहूं से बनाने वाले उत्पादों का यह कंपनियों पर निर्भर है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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