Lado Protsahan Yojana Update: राजस्थान की लड़कियों के लिए बड़ी खुशखबरी, राज्य सरकार ने किया लाडो प्रोत्साहन योजना राशि 1 लाख 50 हजार रुपए
Rajasthan News: राजस्थान प्रदेश में सभी नागरिकों को किसी न किसी योजना के चलते लाभ मिल रहा है इसी कड़ी में राजस्थान प्रदेश में गरीब परिवारों के जन्म प्राप्त करने वाली बालिकाओं का आने वाला भविष्य सुरक्षित होने के साथ-साथ सशक्त बनाए जाने की दिशा में सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम को उठाया गया।
Lado Protsahan Yojana Update
बता दें कि राजस्थान प्रदेश के अंदर चलाई जा रही महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा लाडो प्रोत्साहन योजना के जरिए मदद राशि दिया जाता है। जो कि अब 100000 रुपए से बढ़कर 1 लाख 50000 रूपी रुपए किया गया।
वहीं पूरे प्रदेश में 1 अगस्त 2024 के पश्चात लागू करने से जुड़े नए दिशा निर्देश जिसमें जारी किए जा चुके हैं। प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही इस योजना का मकसद बालिकाओं के जन्म के लिए प्रोत्साहित करने, उनकी शिक्षा को सुनिश्चित करने और समाज में बेटियों की प्रति सकारात्मक सोच के अंदर बढ़ोतरी करना है।
इसे भी पढ़ें 👉 राजस्थान में भजनलाल सरकार का मुफ्त बिजली को लेकर नया प्लान तैयार, 1 करोड़ से अधिक लोगों को मिलेगा फ्री स्मार्ट मीटर का लाभ
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया ऐलान
बता दें कि CM Bhajanlal Sharma (सीएम भजनलाल शर्मा) वित्त एवं विनियोग विधेयक को लेकर चर्चा राजस्थान विधानसभा में किया गई। इस दौरान उन्होंने 12 मार्च 2025 को योजना में शामिल लाभार्थी को दे जानें वाली राशि में बढ़ोतरी की घोषणा किया गया था। और योजना को लेकर अब औपचारिक रूप पर लागू हो रहा है।
योजना में मदद का राशि कैसे प्राप्त होगा?
राजस्थान लाडो प्रोत्साहन योजना के जरिए अब मिलने वाली राशि टोटल 150000 रुपए लाभार्थियों के खाते में डीबीटी के माध्यम से सीधा दिया जाएगा जो की सात चरण के दौरान ट्रांसफर होगा।
किस्त | कब मिलेगा | कितना राशि |
पहला किस्त | बालिका का जन्म | 2500 रुपए |
दूसरा किस्त | एक वर्ष उम्र व टीकारण पूरा | 2500 रुपए |
तीसरा किस्त | पहली कक्षा प्रवेश | 4000 रुपए |
चौथा किस्त | छठी कक्षा प्रवेश | 5000 रुपए |
पांचवां किस्त | दसवीं कक्षा प्रवेश | 11000 रुपए |
छठा किस्त | बारहवीं कक्षा प्रवेश | 25000 रुपए |
सातवां किस्त | स्नातक उत्तीर्ण व 21 वर्ष | 1 लाख रुपए |
योजना की प्रक्रिया व पात्रता क्या है?
प्रदेश में उन परिवारों को इस योजना में फायदा दिया जाएगा। जिनके परिवार में बालिका का प्रदेश के किसी राजकीय या फिर जननी सुरक्षा योजना से मिली हुई मान्यता निजी अस्पताल में जन्म हुआ है।
वही योजना में बालिका की मां का मूल निवासी राजस्थान का होना भी आवश्यक होगा। इसके अलावा गर्भावस्था के समय एएनसी पंजीकरण व जरूरी दस्तावेज पीसीटीएस पोर्टल पर पंजीकरण कराया जाना अनिवार्य किया गया है।
प्रदेश में जिन बालिका का जन्म होगा इस दौरान एक यूनिक आईडी (पीसीटीएस) दिया जाएगा। जिसकी वजह से उनकी विकास के निगरानी किया जा सकता है। योजना में शामिल लाभार्थी बालिका को योजना में अंतिम किस्त का भुगतान स्नातक पास होने के बाद व 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर होगा।
लाडो प्रोत्साहन योजना में राजश्री योजना समाहित
बता दें कि महिला अधिकारिता विभाग के मुताबिक, पहले से राजश्री योजना को राज्य में अब लाडो प्रोत्साहन योजना व्यवस्थित रूप में एकत्र किया गया है। जो बालिकाओं को पहले से ही लाभ दिया जा रहा है उनको आगामी किस्त इस योजना के जरिए ही मिलेगा।
योजना में समीक्षा व निगरानी व्यवस्था कैसे होगी
राजस्थान प्रदेश में चलाई जा रही इस योजना को सही तरीके से क्रियान्वयन में किए जाने की जिम्मेदारी महिला अधिकारिता निदेशालय के पास होगा। इसकी समीक्षा को हर 3 महीने के अंदर जिला कलेक्टर की ओर से किया जाएगा। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ टास्क फोर्स योजना के द्वारा निगरानी होगी।
इसे भी पढ़ें 👉 राजस्थान राज्य नकली खाद बनाने को लेकर में ताबड़तोड़ कार्रवाई, 14 कंपनियां शामिल, अन्य राज्य तक हो रही सप्लाई