देश में आज भी तकरीबन 50% से भी अधिक जनसंख्या खेती के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन के जरिए अपना जीवन यापन कर रहे हैं। पशुपालन का कार्य देश में अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है ऐसे ही राजस्थान प्रदेश में भी अर्थव्यवस्था की दृष्टि से देखा जाए तो पशुपालन का कार्य महत्वपूर्ण भूमिका है।
Gopal Credit Card Scheme
राजस्थान प्रदेश सरकार ने पशुपालकों के हित में प्रतिबद्धता के साथ कार्य करती जा रही है। पशुपालन के कार्य को प्रदेश में बढ़ावा देने के अलावा पशुपालकों को राहत पहुंचाने के लिए भी कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। जिसमें पशुपालक को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है।
पशुपालन के लिए राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना
सरकार ने इसको देखते हुए प्रदेश में Gopal Credit Card Yojana यानी राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना को आरंभ किया गया। इस योजना के जरिए पशुपालकों को अपने इनकम में वृद्धि करने के साथ-साथ अपने व अपना परिवार के जीवन को कुशल बनाया जा सकता है। राजस्थान प्रदेश में योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत गोपालक किसान परिवारों अल्पकालीन ब्याज मुक्त लोन (Interest Free Loan) 1 लाख रुपए तक 1 साल के समय के लिए उपलब्ध करवाया जा रहा है।
गोपालकों को दिया जाएगा अनुदान
बता दें कि राजस्थान बजट 2024-25 के दौरान राज्य के 5 लाख गोपालक परिवारों को चलाई गई इस योजना के तहत लोन उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान किया गया। वही राजस्थान बजट 2025-26 को अबकी बार 250000 अतिरिक्त गोपालक परिवारों को जोड़ने का प्रावधान किया गया है। इस योजना के माध्यम से 150 करोड रुपए अनुदान देने का प्रस्तावित है।
किस कार्य को लेकर मिलेगा लोन
प्रदेश में योजना के तहत गोपालक परिवारों के लिए अपनी गाय या भैंस को पालने को लेकर शैड, खेली बनवाना एवं चारा/बांटा के लिए उपकरण खरीदने को लेकर लोन उपलब्ध करवाया जा रहा है। वहीं इसके अलावा जो उपकरण खरीद किया जाएगा उसके लिए यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उसी कार्य के लिए उपलब्ध करवाया जा रहा है।
गोपाल क्रेडिट कार्ड स्कीम में लोन को लेकर 1 लाख से ज्यादा पशुपालकों की ओर से साल 2024-25 में आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें से 37400 से ज्यादा परिवारों को तकरीबन 248 करोड रुपए कृषि का लोन मंजूर हुआ।
तय समय पर लोन चुकाने पर नहीं देना पड़ता ब्याज
इस योजना में लाभ लेने वाले प्रदेश के गोपालक किसान को प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य होना अनिवार्य किया गया है। वही प्राप्त होने वाले लोन को सही समय पर चुकता करते हैं तो फिर गोपालक किसानों को किसी भी तरह के ब्याज का भुगतान नहीं करना पड़ताहै।
लाभ के लिए आवेदन कैसे करें
गोपालक किसान इस योजना में लाभ उठाने को लेकर आवेदन करना होगा जो की अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र या इससे संबंधित ग्राम सेवा सहकारी समिति के जरिए लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है। इसी तरह योजना में गोपालक परिवार लाभ उठाकर ज्यादा मात्रा में शुद्ध दूध का उत्पादन कर पा रहे हैं । और अपने आई में भी बढ़ोतरी किया जा रहा है। प्रदेश में इस योजना के चलते गोवंश के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो पा रही है।