देश में तकरीबन सभी राज्यों में एसपी पर गेहूं के खरीद शुरू हो चुका है और अब अंतिम दौर में खरीद चल रही है। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से इस वर्ष गेहूं का कीमत 2600 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीदी हो रही है। मध्य प्रदेश राज्य में गेहूं एमएसपी प्लस बोनस पर गेहूं खरीद को लेकर करीब 15 लाख से भी ज्यादा पंजीयन हुआ जिस विषय तकरीबन 6 लाख से भी ज्यादा किसानों का अलग-अलग जिलों में गेहूं खरीद हुआ है।
किसानों से सरकार गेहूं खरीद का कार्य 5 मई 2025 तक किया जाएगा। ऐसे में वो किसान जिनकी ओर से अभी तक अपनी गेहूं फसल को बेचा नहीं गया है। वो अपना स्लॉट बुक 30 अप्रैल तक करवाने पर अपनी गेहूं की फसल को बेंच पाएंगे।
Gehun MSP Registration
MP के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत की ओर से बताइए अनुसार प्रदेश में अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं का 644878 किसान की ओर से किया जा चुका है जो की 5685477 मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन हो चुका है।
सरकार की ओर से लगातार किसानों को गेहूं का भुगतान लगातार हो रहा है और अभी तक तकरीबन 4000 करोड रुपए भुगतान किसानों को हो चुका है। सरकार की ओर से गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए और राज्य सरकार की ओर से 175 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस यानी किसानों को गेहूं की कीमत 2600 रुपए के अनुसार खरीद हो रहा है। 30 अप्रैल तक किसान गेहूं उपार्जन को लेकर स्लॉट बुक करवा पाएंगे।
प्रदेश में कब तक होगा गेहूं उपार्जन का कार्य
एमपी राज्य में मंत्रालय के दौरान 23 अप्रैल 2025 के दिन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता अधिकार संरक्षण विभाग की तरफ से एक समीक्षा बैठक किया गया। जिसमें सीएम डॉ. मोहन यादव की ओर से राज्य में हो रही गेहूं उपार्जन में की गई व्यवस्था को विशेष तौर पर नजर रखने का निर्देश दिया गया। उनकी ओर से प्रदेश में किसानों से गेहूं खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता के पालन किया जाए और गेहूं उपार्जन का भुगतान किसानों को जल्द से जल्द करने को कहा गया।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की ओर से विभागीय अधिकारियों से भी बोला गया कि गेहूं उपार्जन को लेकर स्लॉट बुकिंग की समय सीमा को 30 अप्रैल तक किया जाए और इस समय सीमा के साथ स्लॉट बुकिंग कराने वाले सभी किसानों का 5 मई 2025 तक गेहूं खरीद हर हाल में पूरा हो जाए ।
स्लॉट बुक किसान कहां पर और कैसे करें
राज्य के वे किसान जिन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री को लेकर पंजीकरण किया जा चुका है और अब खरीद केंद्र पर अपनी फसल बेचने को लेकर खुद के मोबाइल नंबर, ग्राम पंचायत, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, लोक सेवा केंद्र इंटरनेट कैफे या फिर उपार्जन केंद्रों पर स्टॉल बुकिंग करवाया जा सकता है। बता दे कि किसानों को स्टॉल बुकिंग के दौरान ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी दिया जाएगा।