Fatehabad Ghaggar River News: घग्गर नदी से बाढ़ का पानी डाला जाएगा भाखड़ा नहर, किसानों को मिलेगा शानदार लाभ

Fatehabad Ghaggar River News: घग्गर नदी से बाढ़ का पानी डाला जाएगा भाखड़ा नहर, किसानों को मिलेगा शानदार लाभ

फतेहाबाद: देश के कई हिस्सों में बारिश और नदियों में पानी का स्तर बढ़ जाता है जिसके चलते कई हिस्सों में बाढ़ आने का खतरा बढ़ जाता है। इसी कड़ी में हरियाणा प्रदेश के फतेहाबाद जिले को बाढ़ से बचाव को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारी आरंभ कर दी गई है।

Fatehabad Ghaggar River News

बता दें कि सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्नोई की ओर से 1 आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि बाढ़ के पश्चात सरकार की तरफ से कई कदम उठाया जा रहा है।

उनके अनुसार म्योंद चौकी के करीब पटरी बना कर एस्केप गेट बनाने को लेकर प्रोजेक्ट मंजूर किया जा चुका है। घग्गर में बाढ़ को लेकर भविष्य में एस्केप गेट खोलने पर बाढ़ का पानी भाखड़ा नहर में डाला जा सकता है। इसके साथ ही रंगाई का प्रोजेक्ट भी मंजूर किया जा चुका है। वहीं रंगोई की दीवारों को भी पक्की की जाएगी

बिश्नोई के अनुसार पाइप लाइन बिछाई जाएगी जो कि हिजरावां खुर्द तक जिसके चलते बाढ़ के पानी को 1 स्थान रुक न पाए। साल 2010 समय के दौरान रंगोई खरीफ चैनल का क्षमता 500 क्यूसेक जिसको बढ़ा कर 575 किया गया है।

ऐसे में सरकार की तरफ से इसके करीब लगती भूमि अधिग्रहण किया जाता है तो रंगोई को ओर चौड़ा किया जा सकता है। सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता की ओर कहे अनुसार गिरते भूजल को ध्यान में रखते गिरते भूजल को रोकने को लेकर सरकार की तरफ से अटल भूजल योजना व जल शक्ति अभियान आरंभ किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य भूजल के प्रति लोगों के व्यवहार में परिवर्तन किया जाए। उनके अनुसार भूजल स्तर को लेकर जनभागीदारी आवश्यक हैं।

वही इसके साथ ही उनके मुताबिक व्यवहार परिवर्तन को लेकर जोर देते हुए बताया कि हम यूरिन करने के पश्चात फ्लश में 10 लीटर पानी डाल दिया जाता है। ऐसे में अगर फ्लश की जगह पर यूरिनल पाट में यूरिन करें तो केवल 100 मिलीलीटर में काम चल जाता है।

उनके द्वारा कहा गया कि साल 1986/1987 के दौरान रतिया में वाटर लेवल 34 से 35 फुट पर था। जिसके बाद सरकार को पानी के ऊपर आने को लेकर उन्होंने बताया कि 1986-87 में रतिया का वाटर खतरा को देखते हुए एमआईटीसी महकमे के द्वारा रतिया में ट्यूबवेल लगाए गए और भूमि से पानी को बाहर निकाल कर नहरों के अंदर डाला गया। वहीं रतिया में अभी पानी का स्तर 300 फुट पहुंच गया है।

 

Share this content:

Previous post

Fatehabad News: सरसों की सरकारी खरीद को लेकर प्रशासन की तैयारी शुरू, जिला में सरसों खरीद 15 मार्च से 3 मंडियों में होगी आरंभ

Next post

Pink Bus Service Launch: महिलाओं के लिए बड़ी गिफ्ट, पिंक बस सेवा से मिलेगा सुरक्षित और आरामदायक सफर

You May Have Missed

error: Content is protected !!