किसानों को अपनी खेती में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए बदलते हुए मौसम के साथ और डिमांड के साथ खेती को अपना कर ज्यादा लाभ लिया जा सकता है। इसी तरह से बहुत से ऐसे किसान जो की फूलों की खेती करते हैं और उनके लिए यह काफी लाभदायक भी सिद्ध हो रहा है।
Phool Vikash Yojana Update
हमारे देश में पूजा पाठ के साथ-साथ सुंदरता और औषधिय गुणों के चलते गेंदे के फूल के की मांग बनी रहती है। इसकी खेती से किसानों को काफी लाभ मिल सकता है और उनकी आर्थिक स्थिति में भी मजबूती आएगा।
गेंदे की खेती से किसानों को करने में लागत भी काम होगा और मुनाफा भी काफी अधिक मिलने की संभावना रहती है। इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार राज्य सरकार के द्वारा किसानों की इनकम को बढ़ोतरी को लेकर इस में दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए नई शुरूआत किया गया है। बता दें कि प्रदेश सरकार की ओर से राज्य में फूलों की खेती (Marigold cultivation) किए जाने को लेकर किसानों को अनुदान दिए जाने का निर्णय लिया गया।
इसे भी पढ़ें 👉 पीएम किसान योजना में शामिल को मिलेगी जल्द खुशखबरी, जून महीने में अगली किस्त?, जानें लिस्ट में कौन कौन शामिल
Marigold Farming: बिहार राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों को ‘फूल (गेंदा) विकास योजना’ (Phool Vikash Yojana) के माध्यम से 50% अनुदान फूलों की खेती करने पर दिया जा रहा है। ऐसे में वे किसान जो बिहार राज्य में गेंदे की खेती को करने की इच्छा रखते हैं तो इस योजना में लाभ लिया जा सकता है।
किसानों को कितना दिया जाएगा सब्सिडी लाभ
किसानों को मिलने वाली सब्सिडी को लेकर बिहार सरकार उद्यान निदेशालय कृषि विभाग की ओर से अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (X) पर जारी की गई पोस्ट के माने तो गेंदा फूल विकास योजना के चलते किसानों के आमदनी में वृद्धि की दिशा में बिहार सरकार के द्वारा किया गया एक सशक्त पहला है
बिहार प्रदेश में गेंदा फूल की खेती करने पर लागत इकाई का प्रति हेक्टेयर 80 हजार रुपए तय किया गया है। और इस लागत में से किसानों को अनुदान राशि 50 प्रतिशत यानी की 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के अनुसार दिया जाएगा।
योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
1). योजना में किसानों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लाभ दिया जाएगा।
2). इस योजना में बिहार प्रदेश के सभी 38 जिलों में चलाया जाएगा।
3). जो किसान गेंदा फूल की खेती करेंगे उनके पास जमीन होना आवश्यक है।
4). किसानों के पास योजना में फायदा प्राप्त करने के लिए एल० पी० सी० व अपडेटेड रसीद का होना आवश्यक है। वहीं इसके अलावा वह किसान जिनके पास जमीन उपलब्ध न हो उनको इकरारनामा के आधार पर ही योजना का लाभ लिया जा सकताहै।
5). किसानों को इकरारनामा का प्रारूप दिए जाने वाले लिंक पर उपलब्ध करवाया गया है। जिसको डाउनलोड आसानी से कर सकते हैं।
6). वे किसान जिनके नाम पर भूमि स्वामित्व या राजस्व रसीद में स्पष्ट न होने पर भूमि-स्वामित्व या राजस्व रसीद के साथ में वंशावली लगाना जाना जरूरी है।
7). योजना में लाभ किसानों को तभी मिलेगा जब एक किसान के पास न्यूनतम 0.1 और अधिकतम 2 हेक्टेयर भूमि होने पर ही मिलेगा।
8). किसानों को योजना इकाई के लिए कीमत प्रति हेक्टेयर 80000 रुपए के मुताबिक 50% अनुदान राशि मिलेगा।
किस तरह करें आवेदन
ऐसे में आप ही अगर बिहार राज्य से हैं और आप भी उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग बिहार की ओर से चलाई जा रही फूल (गेंदा) विकास योजना (2025-26) को लेकर आवेदन करने की इच्छुक हैं तो आपको पंजीकृत किसान विभागीय वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर अपना फायाद प्राप्त करने का आवेदन कर पाएंगे। इसके साथ ही वे किसान जो नया आवेदन कर रहे हैं उनको पहले डीबीटी पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना जरूरी होगा।
किसानों को ऑनलाइन आवेदन को पूरा करने के लिए विभागीय वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर क्लिक करें। और यहां पर दिए गए फूल से जुड़ी हुई योजना के विकल्प को दबाए। इसके पश्चात , ‘फूल विकास योजना (राज्य योजना)’ के तहत आवेदन करें पर दबाए। इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म को लेकर मांगी गई पूरी डिटेल को सावधानी से पूरा पढ़ने के साथ ही सही से जानकारी को दर्ज करें।
योजना के बारे जानकारी प्राप्त करें
बिहार राज्य के किसानों को गेंदे के फूल की खेती करने और अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करने के इच्छुक किसानों को राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी दिया जा रहा है। ऐसे में ऐसे में किसानों को विभागीय वेबसाइट के ऊपर ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन आवेदन भी किया जा सकता है। योजना से संबंधित ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए किसानों को horticulture.bihar.gov.in पर संपर्क कर पाएंगे।
इसे भी पढ़ें 👉 केंद्र सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, खाद्य तेलों पर आयात शुल्क को 10 प्रतिशत घटाया, जानें पूरी अपडेट
Share this content: