Haryana DAP Urea Update : किन किन जिलों के किसानों को मिलेगी जल्द यूरिया व डीएपी खाद, कृषि मंत्री ने कहा नहीं होगी समस्या

देश की लगभग सभी राज्यों में खरीफ फसल की बुवाई का कार्य तेज पकड़ने के साथ ही किसानों के द्वारा डीएपी, यूरिया व अन्य खाद की मांग में अधिक तेजी आई है। जिसकी वजह से किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हो रहा है। जिसको लेकर किसानों को सरकार की ओर से खाद उपलब्ध करवाए जाने को लेकर कई तरह की कोशिश में किया जा रहा है। इसी तरह हरियाणा राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा के द्वारा बताया गया है कि किसानों को खाद मिलने में किसी भी तरह की समस्या न आए इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कोशिश किया जा रहा है। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉 यहां पर क्लिक करें

Haryana DAP Urea Update

बता दे की हरियाणा प्रदेश के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा की ओर से यमुनानगर में पत्रकारों की ओर से किए गए सवालों का जवाब दिया। जिसमें उनके ओर से कहा गया कि वो किसानों से बातचीत करते रहते हैं। जिन-जिन स्थानों पर किसानों को खाद की आवश्यकता होता है तो प्रशासन के अधिकारियों की ओर से किसानों को उपलब्ध करवाई जाने को लेकर निर्देश दिया जा रहा है। वहीं उनकी ओर से बताया गया कि वर्तमान में राज्य में खाद की कोई कमी नहीं है।

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किन-किन जिलों में डीपी खाद का होगा जल्द वितरण

कृषि मंत्री की ओर से कहा गया है कि डीएपी खाद विदेश से आयात होता है और हर दिन ट्रेन के जरिए राज्य में विभिन्न जिलों में डीएपी के अलावा यूरिया खाद का वितरण हो रहा है। उनकी ओर से कहा गया की खाद की डिमांड को ध्यान में रखते हुए प्राइवेट खाद एजेंसीयों व सोसाइटियों को खाद स्टॉक भी रखना होता है। ताकि प्रदेश के किसानों को जब भी खाद की आवश्यकता हो तो आसानी से किसानों को खाद उपलब्ध हो सके।

उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि रोहतक में डीएपी खाद की ट्रेन 16 जुलाई को पहुंच रही है, और यह डीपी खाद को फरीदाबाद, झज्जर, गुरुग्राम, पलवल और मेवात में वितरित होगा।

इसी तरह हिसार में ट्रेन के जरिए 17 जुलाई को खाद पहुंचेगा जो की सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी में वितरित किया जाएगा। इसी प्रकार 18 है जुलाई को कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, सोनीपत, यमुनानगर और पानीपत में भी खाद वितरित किया जाएगा।

सोसाइटी में 50% खाद मिलेगा

हरियाणा राज्य के कृषि मंत्री की ओर से कहा गया है कि सरकार की ओर से सोसाइटी को पहले 40% खाद मिलता था। जो की 50% किया गया है वही 60% प्राइवेट एजेंसी को पहले दिया जाता था। सोसाइटी में सरकार की ओर से बढ़ाए गए खाद को लेने के लिए गांव में किसानों को अब बाहर नहीं जाना होगा। उनके बताइए अनुसार यदि कोई किसान समिति से खाद को लेता है, और खाद के पैसे को 6 महीने के भीतर वापस करता है। उन किसानों को खाद का पैसा पर कोई भी ब्याज नहीं लगेगा।

कुछ दिन पश्चात खाद किसानों को ऑनलाइन दिया जाएगा

बता दें कि कृषि मंत्री की ओर से खाद की कालाबाजारी को लेकर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा खाद को लेकर होने वाले कालाबाजारी पर कड़ी नजर रखा जाता है, और अगर किसी भी तरह के कालाबाजारी करते हुए पाया जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाता है।

वहीं उन्होंने बताया कि कुछ दिन के पश्चात ऑनलाइन खाद की बिक्री भी आरंभ हो जाएगा और किसानों को कहीं से भी खाद ले पाएंगे। किसान की ओर से पोर्टल पर दिया गया जमीन के अनुसार खाद उपलब्ध होगा।

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