देश की ज्यादातर प्रमुख थोक मंडियों में गेहूं कीमत एक निश्चित दायरे में स्थिर देखने को मिल रहा है। बाजार विश्लेषकों की माने तो आगे निकट भविष्य के दौरान गेहूं भाव में अधिक तेजी मंदी आना मुश्किल है। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉 यहां पर क्लिक करें
गेहूं बाजार ताजा रिपोर्ट
बता दें कि गेहूं की मांग व आपूर्ति के बीच काफी हद तक बैलेंस बना हुआ है। वहीं सरकार की ओर से बाजार कीमत पर मनोवैज्ञानिक दबाव डालने को लेकर खुला बाजार बिक्री योजना यानी ओएमएसएस को आरंभ किए जाने का संकेत भी दे दिया गया है। जिसको लेकर सरकारी गेहूं बिक्री को लेकर रिजर्व मूल्य का अनाउंसमेंट भी हो गया है।
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वहीं कमोडिटी एक्सपर्ट अविनाश राठी की माने तो गेहूं का भाव निकट भविष्य में गेहूं का भाव सीमित दायरे रहने ओर थोड़ा-बहुत ऊपर नीचे देखा जा सकता है।
मौजूदा वर्तमान मूल्य स्तर व माहौल को ध्यान में रखते हुए सरकार भी संतुष्ट है। जिसके चलते ओएमएसएस के तहत जुलाई- अगस्त में गेहूं की साप्ताहिक ई- नीलामी प्रक्रिया को शुरू नहीं करना चाहेगी।
उनके मुताबिक केन्द्रीय पूल से बिक्री शुरू होने से पहले सरकार व्यापारिक फर्मों को लेकर स्टॉक सीमा से जुड़े नियमों को कुछ सख्त या फिर जटिल बनाया जा सकता है। राठी का कहना है कि बाजार में गेहूं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध को लेकर सरकार को पता है। वहीं जब तक इसको लेकर बिक्री नहीं हो पाएगी। तभी तक ओएमएसएस को शुरू किया जाना सही नहीं होगा। खुले बाजार बिक्री योजना को शुरू तो किया जाएगा। परंतु इससे पहले भंडारण सीमा को सख्त बनाए जानें पर विचार किया जा सकता है।
ध्यान देने योग्य यह है कि खुले बाजार बिक्री योजना के माध्यम से केंद्रीय पुल के द्वारा बेचने वाला गेहूं न्यूनतम आरक्षित मूल्य यानी रिजर्व प्राइस 2550 रुपए प्रति क्विंटल निश्चित किया गया। जो कि बीते वर्ष न्यूनतम आरक्षित मूल्य 2300 रुपए से 2325 रुपए प्रति क्विंटल व सीजन 2024/25 को लेकर तय न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक है।
सरकार के पास लगभग 60 लाख से 65 लाख टन गेहूं अतिरिक्त स्टॉक उपस्थित हैं। जिसको OMSS के माध्यम से बिक्री करने के लिए उतारा जा सकता है। परंतु बिक्री में समय लग सकता है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट :- आज आपने जाना गेहूं की कीमत में आगे आएगी बड़ी तेजी या फिर गिरावट, जानें गेहूं बाजार ताजा रिपोर्ट । किसान या व्यापारी भाई व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें। गेहूं की कीमत में तेजी या गिरावट मौसम, मांग, स्टॉक व सरकारी फैसले पर निर्भर करता है। इस लिए व्यापार में कोई भी तरह की हानि के लिए Star Mandi जिम्मेदारी नहीं होगी।
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