Haryana New grain Market: किसानों के आ गई बड़ी खुशखबरी, हरियाणा के गुरुग्राम में प्राकृतिक खेती से मिली फसल खरीदने के लिए नई अनाज मंडी तैयार
देश में खेती के क्षेत्र में बढ़ोतरी करने के साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से किसानों को प्राकृतिक खेती करने को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। लेकिन अगर प्राकृतिक खेती से मिलने वाला उत्पादन को खरीद ही नहीं होगा। तो फिर इसका किसानों को बेनिफिट कैसे मिलेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा प्रदेश सरकार के द्वारा प्राकृतिक खेती से मिलने वाला अनाज को खरीदने को लेकर अनाज मंडी बनाया गया है। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉 यहां पर क्लिक करें
Haryana New grain Market तैयार
बता दें कि हरियाणा राज्य के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा की ओर से बताया गया है कि प्रदेश में प्राकृतिक तरीके से खेती करने वाले किसान से इन फसलों का अनाज खरीद किए जाने को लेकर अनाज मंडी गुरुग्राम में तैयार किया गया है। इसी अनाज मंडी में किसान की फसल का क्वालिटी चेक किए जाने को लेकर एक लैब भी बनाया गया। जिसकी वजह से लैब में फसल का क्वालिटी को तय होने के पश्चात गठित किया गया कमेटी की ओर से फसल का रेट तय करने पर उसकी खरीद किया जाएगा।
कृषि मंत्री के द्वारा किसानों को सम्मानित
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार के दिन प्रदेश के कृषि मंत्री आयोजित किए गए उप उष्णकटिबंधीय फल केंद्र, लाडवा में 7वें फल उत्सव मेले के अवसर पर संबोधित किया। जिसमें उनकी ओर से कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन कर विधिवत शुभारंभ किया गया।
उनकी ओर से बागवानी क्षेत्र में 10 प्रगतिशील किसानों को 5100 रुपए, प्रशंसा पत्र व ट्रॉफी के साथ सम्मानित किया गया। वही इसके अलावा उनकी ओर से मेला में लगने वाली स्टॉल का निरीक्षण करने व आम किस्म से जुड़ी जानकारियां विशेषज्ञ से लिया गया।
राज्य सरकार का प्राकृतिक खेती में वृद्धि का लक्ष्य
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा की ओर से कहे अनुसार राज्य सरकार का लक्ष्य 100000 एकड़ के अंदर राज्य में प्राकृतिक खेती के जरिए फसलों को तैयार किया जाना है। वहीं अभी तक 10 हजार किसानों की ओर से प्राकृतिक खेती किया जा रहा है। इसमें आए दिन बढ़ोतरी हो रही है।
उन्होंने आगे बताया कि साल 2016 के समय इंडो इजराइल तकनीक के तहत उप उष्णकटिबंधीय फल केंद्र लाडवा में स्थापित हुआ। शुरुआत में या पर 10000 पौधों से केंद्र में शुरुआत हुआ और अब हर साल किसानों को एक लाख पौधे तैयार मिलते हैं। वही इसके अलावा नाशपाती, आम, चीकू, लीची व आडू के साथ 6 फसल के ऊपर अनुसंधान हो रहा है।
इस फल केंद्र पर वैज्ञानिकों की ओर से आम का एक ऐसा पेड़ तैयार हो रहा। जिसकी कीमत फल मार्केट में तकरीबन 1 लाख रुपए प्रति किलो मिल सकता है। वही इसके अलावा 6 कलमों के साथ एक पेड़ को तैयार करने से क्षेत्र की फिल्म एक ही पेट पर लिया जा सकता है।
किसान अन्य फसलों की खेती को अपनाए
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा की ओर से बताया गया किसानों की इनकम में वृद्धि व परंपरागत खेती में चेंज किए जाने को लेकर राज्य में ऐसे 17 केंद्र बनेगा। वहीं 11 केंद्र बनकर तैयार किया जा चुका है। हरियाणा प्रदेश के यमुनानगर में स्ट्रॉबेरी व अंबाला में लीची का उप केंद्र स्थापित होगा। उनके मुताबिक किसानों को धान व गेहूं की खेती के साथ मछली पालन, डेयरी, मधुमक्खी पालन, बागवानी व अन्य फसलों को अपनाने की आवश्यकता है।
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