सरसों भाव 2 साल में उच्च स्तर पर पहुंचा, जयपुर 7125, सलोनी 7700 रुपए, अब आगे सरसों का भाव बढ़ेगा या नहीं, जानें सरसों मार्केट तेजी मंदी रिपोर्ट
सप्ताह के आरंभ में जयपुर सांसों की कीमत 6950 से लेकर 6975 रुपए प्रति क्विंटल के साथ खुला था, जो कि बीते शनिवार के दिन शाम को जयपुर सरसों रेट 7100 रुपए प्रति क्विंटल के साथ बंद हुआ। यानी एक हफ्ते में सरसों के भाव 125 रुपए प्रति क्विंटल तक तेज हुआ। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉 यहां पर क्लिक करें
वहीं पिछले हफ्ते सोमवार को पहले दिन सलोनी सरसों रेट शमशाबाद व दिगनेर सलोनी प्लांट 7550 से अंतिम दिन शनिवार शाम को 7700 रुपए प्रति क्विंटल में 150 रुपए की बढ़ोतरी हुई। ऐसे में अब आगे सरसों के भाव में तेजी आएगी या फिर नहीं जानते हैं पूरी डिटेल…
सरसों मार्केट तेजी मंदी रिपोर्ट
सरसों की स्टॉक रिपोर्ट: बीते साल के मुकाबले में सरसों का स्टॉक 01 जुलाई तक 2 प्रतिशत कम है। सरसों का स्टॉक किसान के पास 50 लाख टन उपलब्ध होने के आसार हैं। जो कि बीते साल के मुकाबले में 35 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं इसके अलावा नाफेड हैफेड के पास स्टॉक की बात करें तो पिछले साल से 47 प्रतिशत कम है। इस समय के दौरान किसान के पास इतनी बड़ी मात्रा में स्ट्रोक होना मुश्किल है। जिसकी वजह से उत्पादन उम्मीद से काफी कमजोर होने के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
जयपुर व भरतपुर सरसों बाजार रिपोर्ट
पिछले हफ्ते हमारे द्वारा जयपुर सरसों के भाव 7125 रुपए व भरतपुर सरसों का भाव 6750 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक होने की संभावना जताई गई थी। जो कि इसी हफ्ते में जयपुर व भरतपुर मंडियों में सरसों रेट ने लक्ष्य को प्राप्त किया।
जयपुर सरसों के भाव अब पिछले साल से उच्च स्तर पर पहुंच चुका है। सरसों का कमजोर उत्पादन के साथी किसानों के द्वारा बिकवाली कमजोर होने के चलते जयपुर सरसों के भाव 7550 तक बढ़ने की संभावना है।
सरसों तेल के दाम कितना तेज?
बता दें कि हमारे द्वारा जयपुर कच्ची घानी की कीमत का लक्ष्य 1500 रुपए का ऊपर हो गया है। ज्यादातर मिलें बंद होने की वजह से क्रृशिंग कमजोर हैं। वहीं क्रृशिग कम होने के कारण सरसो तेल की सप्लाई कम । आने वाले समय में त्योहारी सीजन के दौरान डिमांड का सपोर्ट मिलने के चलते लंबी अवधि में कच्ची घानी की कीमत 1550 से लेकर 1600 तक बढ़ोतरी की उम्मीद है।
सरसों में स्टॉक खाली करें या फिर होल्ड करें
अभी भी सरसों का फंडामेंटल मजबूत है, कमजोर होने का कोई बात नहीं है। सरसों का स्टॉक सरकारी एजेंसियों के पास कम होने के चलते बिकवाली का दबाव नहीं देखा जा रहा। सरसों के भाव में आगे तेजी या गिरावट को लेकर हमारा किसान भाइयों व व्यापारी भाइयों से धीरे धीरे 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक स्टॉक खाली करना चाहिए। वही बाकी का स्टॉक को होल्ड किया जा सकता है। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।
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Conclusion:- आज हमने आपको बताया सरसों भाव 2 साल में उच्च स्तर पर पहुंचा, जयपुर 7125, सलोनी 7700 रुपए, अब आगे सरसों का भाव बढ़ेगा या नहीं, जानें सरसों मार्केट तेजी मंदी रिपोर्ट । व्यापारी या फिर किसान अपना व्यापार अपने विवेक से निर्णय करें। क्योंकि किसी भी तरह की फसल में तेजी या फिर मंदी सरकार के द्वारा किए गए फैसले, मौसम, आवक एवं मांग पर निर्भर करता है। व्यापार में कोई हानि के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे।
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