Rajasthan farmers Milak Bonus: राजस्थान प्रदेश के चार जिलों के किसानों के लिए बड़ी सौगात, दूध पर मिलेगा 7 रुपए का बोनस, 5 लाख का बीमा मात्र 14 रुपए में मिलेगा
देश के विकास में पशुपालन का कार्य भी बड़ी भूमिका निभा रहा है। जिसको ध्यान में रखते हुए केंद्र व राज्य सरकारों की तरफ से ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को फायदे का व्यवसाय बनाए जानें को लेकर दुग्ध उत्पादन को बढ़ाए जाने को लेकर कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी तरह अब राजस्थान प्रदेश सरकार की ओर से राज्य के पशुपालकों को लेकर एक नया योजना तैयार किया जा रहा है।
Rajasthan farmers Milak Bonus
जिसका सीधा फायदा राजस्थान प्रदेश के बॉर्डर के साथ लगते जिलों को प्राप्त होगा। बता दें कि प्रदेश के स्टेट बॉर्डर के जिलों में डेयरी विभाग दुग्ध संघों ओर ज्यादा सुदृढ़ किए जाने को लेकर कार्य कर रहा है। जिसके लिए गुजरात राज्य से बॉर्डर से लगते 4 जिलों दुग्ध संघ बाड़मेर, उदयपुर, रानीवाड़ा (जालौर) व बांसवाड़ा को लेकर एक विशेष पॉलिसी को तैयार किया जा रहा है। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉 यहां पर क्लिक करें
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इन जिलों में रजिस्टर्ड दुग्ध उत्पादक पशुपालकों के कल्याण व डेयरी प्लांट्स को अपग्रेडेशन को लेकर विशेष कार्य-योजना तैयार किया गया है।
दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए बोनस लाभ
बता दें कि राज्य में स्टेट बॉर्डर पॉलिसी के माध्यम से इन जिलों में मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के माध्यम से दुग्ध उत्पादक पशुपालक किसानों को दिया जा रहा 5 रुपए के अनुदान के साथ ही प्रति लीटर 2 रुपए ओर बोनस दिए जाने की योजना है। जिसकी वजह से इन जिलों में पशुपालकों को अब प्रति लीटर 7 रुपए के हिसाब से बोनस राशि दिया जाएगा।
राज्य के इन 4 जिला संघों को हर दिन औसतन 1 लाख 75000 हजार किलो ग्राम दूध का संकलन किया जाता है। जिसके चलते कुल दुग्ध उत्पादक के 20 हजार 786 किसानों को फायदा होगा। जिसमें निम्नलिखित किसान लाभान्वित होने वाले हैं।
जिला। पशुपालन किसान
उदयपुर डेयरी 11 हजार 447
रानीवाड़ा-जालौर 5160
बाड़मेर 2226
बांसवाड़ा डेयरी संघ 1953
5 लाख रुपए का मात्र 14 रुपए में किया जाएगा
बता दें कि पशुपालक किसानों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी है कि इस योजना के जरिए इन चार दुग्ध समूह के जो रजिस्टर्ड है उनको कुल चार सदस्यों का केवल 370 रुपए का राशि यानी कि टोटल प्रीमियम में से 10% में से 2.5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा।
इसके साथ ही मात्र 14 रुपए के साथ 5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा भी होगा। यानी कि बीमाधारक का किसी हादसे के मृत्यु होने के बाद आश्रित परिवार 5 लाख व बीमाधारक अपंग होने पर 2.5 लाख रुपए मदद राशि दिया जाएगा। योजना में आरसीडीएफ और संबंधित दुग्ध संघ के द्वारा बाकी का 90 प्रतिशत प्रीमियम राशि वहन किया जाएगा।
शादी करने पर मिलेगा 21 हजार
डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत के द्वारा कहा गया कि जो पशुपालक किस रजिस्टर्ड है उनकी बेटी के शादी के दौरान आरसीडीएफ की ओर से अपना सामाजिक दायित्व निभाया जाएगा। जिसके चलते इन जिलों में सरस लाडो मेरा योजना को लागू किए जाने का भी योजना है।
राज्य सरकार के मदद से इन जिलों में रजिस्टर्ड दुग्ध उत्पादक पशुपालक किसानों जो कि तकरीबन 20000 से भी ज्यादा उनकी लड़कियों के विवाह में 21000 की राशि पारंपरिक मायरा मिलेगा।
किसानों को बायोगैस प्लांट पर अनुदान
वही साथ ही इन जिला संघों में रजिस्टर्ड दुग्ध उत्पादक किसानों को लेकर उनके घरों पर आरसीडीएफ के सहयोग से फ्लैक्सी बायोगैस प्लांट भी लगाया जाएगा। वहीं इन बायोगैस प्लांट की कीमत तकरीबन 37000 और लाभार्थियों को 29000 रुपए अनुदान प्राप्त होगा। जिसके चलते पशुपालक किसानों को प्रत्येक महीने तकरीबन दो एलपीजी गैस सिलेंडर के बराबर बायोगैस मिलेगा।
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