हरियाणा प्रदेश में बिजली बिलों की दर को लेकर बड़ी अपडेट सामने आ रही है। बता दें कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अनिल विज की ओर से बिजली बिलों की दरों को लेकर साफ करते हुए बताया गया है कि बीते कुछ दिनों में लोगों की ओर से यह भ्रामक प्रचार प्रचार कर रहे हैं कि हरियाणा प्रदेश में बिजली की दरों में चार गुना बढ़ोतरी की गई है। परंतु यह पूरी जानकारी गलत है।
Electricity Bill in Haryana
उनको और से बताया गया है कि हरियाणा प्रदेश में कृषि उपभोक्ताओं को बिजली ट्रैफिक पर कोई भी चेंज नहीं किया गया। इसी तरह से घरेलू उपभोक्ताओं को मासिक बिल 2 किलोवॉट तक का वर्ष 2024/25 के मुकाबले में 49 से लेकर 75 फ़ीसदी तक कमी दर्ज की गई है।
वही श्रेणी 2 में ज्यादातर उपभोक्ताओं के बिजली बिल में गिरावट दर्ज किया गया है। उनके मुताबिक श्रेणी -1 व श्रेणी – 2 में तकरीबन 49% बिजली उपभोक्ता आ रहे हैं, जिसमें अधिकांश बिजली बिल मासिक में कमी दर्ज किया गया।
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अनिल विज की ओर से बताया गया कि संशोधित बिजली टैरिफ संरचना के मुताबिक सभी श्रेणियों में घरेलू उपभोक्ताओं को लेकर न्यूनतम मासिक शुल्क (MMC) को खत्म किया गया है। क्योंकि प्रदेश की डिस्कॉम्स यानी बिजली कंपनियां के द्वारा प्रदेशवासियों के लिए सस्ती, निरंतर, निर्बाध व उपभोक्ता-केंद्रित बिजली सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
उनके द्वारा कहा गया कि हरियाणा राज्य में लगते पड़ोसी राज्यों के मुकाबले में एचटी व एलटी उपभोक्ताओं की श्रेणियों में कम बिजली टैरिफ चार्ज किया जाता है। उनके मुताबिक राज्य में वित्तीय वर्ष 2014-15 से लेकर वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 1 दशक में समग्र तकनीकी और वाणिज्यिक लॉसेस 29 प्रतिशत से कम करके 10 प्रतिशत तक लाया गया है।
उनके द्वारा कहे अनुसार राज्य में कृषि उपभोक्ताओं के लिए पहले के जैसे मात्रा 10 पैसा यूनिट व 15 रुपए फ्लैट रेट के भुगतान किए जाने के तहत बिजली मुहैया करवाया जा रहा है। इसी तरह से मीटर के कनेक्शन को लेकर MMC को कम कर 180 रुपये 15 बीएचपी तक के लिए व 144 रुपये 15 बीएचपी से अधिक किया गया है।
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