Farmers KCC Loan News: मोदी सरकार के फैसले से करोड़ों किसानों को बड़ी खुशखबरी, KCC से सस्ता लोन
Kisan Credit Card: देश कई हिस्सों में समय से पहले मानसून के दस्तक से किसानों के चेहरे पर खुशी है। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से किसानों को लेकर बड़े फैसले की वजह से किसानों को डबल खुशी दी है। बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा खरीफ सीजन 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी और इसके अलावा संशोधित ब्याज छूट योजना (MISS) को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आगे बढ़ाने को लेकर मंजूरी दे दिया है।
Farmers KCC Loan News
इस योजना के माध्यम से किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के तहत कम दरों पर कम अवधि का ऋण दिया जाता है। सरकार की तरफ यह निर्णय करोड़ों किसानों को सीधा लाभ प्राप्त होने की संभावना है।
बता दें कि 28 मई को पीएम मोदी की अध्यक्षता में की गई आर्थिक मामलों को लेकर मंत्रिमंडलीय समिति का बैठकहुआ। जिसके पश्चात देश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से इस निर्णय को लेकर जानकारी दिया। इस योजना को जारी रखने हेतु केंद्र सरकार की ओर से 15640 करोड़ रुपए का बजट का आवंटन किया गया है।
ब्याज छूट योजना किस प्रकार करती है कार्य?
किसानों को संशोधित ब्याज छूट योजना के माध्यम से 7 प्रतिशत के रियायती ब्याज दर पर लोन प्राप्त करने में सहायता करती हैं। किसानों को लगने वाला ब्याज 7 प्रतिशत में से सरकार की ओर से 1.5 प्रतिशत ब्याज का खर्च उठाती है। जो कि लोन को देने वाले संस्थानों को ब्याज छूट के तौर पर मिलता है।
वही जब किसान के द्वारा अपने लोन को समय पर चुकाने पर उनको 3 प्रतिशत का अतिरिक्त ‘शीघ्र पुनर्भुगतान प्रोत्साहन’ दिया जाता है। जिसकी वजह से किसानों को इफेक्टिव ब्याज दर केवल 4 प्रतिशत तक रहता है। जिसके कारण किसानों के लिए यह बड़ा लाभदायक है।
बता दें कि देश में किसानों के लिए सरकार के द्वारा योजना की संरचना को लेकर कोई भी चेंज नहीं किया गया है। किसानों को अपनी खेती करने के लिए योजना के माध्यम से 3 लाख रुपए तक का कम अवधि का ऋण, वहीं इसके अलावा पशुपालन और मत्स्य पालन के लिए 2 लाख रुपए तक का लोन मिल सकता है।
आखिर किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) क्या है? और कितने किसानों को फायदा
साल 1998 के समय के दौरान आरंभ की गई KCC के जरिए किसान अपनी खेती व अन्य आवश्यकता को समय के साथ लोन देने के मकसद से योजना को आरंभ किया गया था।
इसकी वजह से किसानों को अपनी खेती को करने के लिए मशीनरी, उर्वरकों व बीज को खरीद करने सहायता प्राप्त हो जाती है। जिसके चलते किसानों को कर्ज लेने से मुक्ति मिल पाए।
बता दें कि किसानों को मिलने वाला कार्ड एक डेबिट कार्ड के तौर पर भी कार्य करता है। जिसके चलते नकद निकासी भी किया जा सकता है। सरकारी आंकड़ों की माने तो हमारे देश भारत में एक्टिव KCC का खाता 7.75 करोड़ हैं। और इन कुछ सालों के दौरान KCC के जरिए लोन प्राप्त करने की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखा गया है।
वर्ष | आंकड़ा |
2014 | 4.26 लाख करोड |
2024 | 10.05 लाख करोड |
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