जींद में नीम का पेड़ लोगो के लिए बना पहली, 20 दिन पानी के बाद अपने आप आने लगा दूध

जींद में नीम का पेड़ लोगो के लिए बना पहली, 20 दिन पानी के बाद अपने आप आने लगा दूध

देशभर में हर दिन कोई ना कोई चौंकाने वाला मामला सामने आता है इस प्रकार हरियाणा प्रदेश में जींद जिले के उचाना उपमंडल गांव खरक भूरा में एक हैरान करने वाला मामला सामने जिसमें 1 नीम का पेड़ जो कि बीते 20 दिन से पानी जैसा पदार्थ बाहर आ रहा है।

जींद में नीम का पेड़ लोगो के लिए बना पहली

प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 दिन लगातार आ रहे पानी के बाद कल अचानक से दूध जैसा पदार्थ भी देखा गया है। और इस निकलने वाले सफेद तरल पदार्थ को लोगों के द्वारा चखना पर दूध बताया जा रहा है और इस आने वाले सफेद पदार्थ को कुछ लोगों के द्वारा बर्तन में भी इकट्ठा किया जा रहा है।

आसपास के क्षेत्र के अलावा सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे इस नीम के पेड़ की वीडियो काफी चर्चा का विषय बन चुका है। क्योंकि नीम के पेड़ से निकल रहा सफेद तरल पदार्थ लोगों के द्वारा आस्था से जोड़कर भी देखा जा रहा है। वहीं लोगों की ओर से कहा जा रहा है कि नीम का पेड़ कड़वा होने के बाद इसमें निकलने वाला सफेद तरल पदार्थ मीठा है।

 

बीते 20 दिन से निकल रहा पानी

बता दे कि यह नीम का पेड़ जिस स्थान पर है उनके गांव के लोगों की ओर से कहा गया की पौड़ी वाले जोहड़ के करीब एक नीम का पेड़ जो की बीते 20 साल से भी अधिक पुराना और इसमें तकरीबन 20 दिन पहले से पानी जैसा पदार्थ गिरना आरंभ हुआ और जो कि सोमवार से पेड़ में पानी की जगह सफेद दूध जैसा डाल पदार्थ आना आरंभ हुआ। ऐसे में आसपास के लोगों में यह काफी जिज्ञासा हो गया है कि आखिर इस पेड़ सफेद रंग का दूध जैसा पदार्थ क्यों और कैसे आ रहा है।

क्या कह रहा जूलॉजी डिपॉर्टमेंट?

नीम के पेड़ से निकलने वाले इस सफेद तरल पदार्थ की चर्चा अब तेजी के साथ लोगों में आगे बढ़ रहा है जिसको लेकर जूलॉजी डिपॉर्टमेंट के सीआरएसयू डॉ. दीपक यह मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बहुत से सामान्य पेड़ में यह प्रक्रिया होता है। उनके मुताबिक किसी रासायन के संपर्क मिलने से कई बार पेड़ में ऐसी प्रतिक्रिया देखा जाता है जो कि पेट के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।

 

वहीं इसके अलावा उन्होंने बताया कि फंगल संक्रमण व अन्य रासायनिक प्रतिक्रिया के चलते पेड़ अपने आप को अस्वस्थ महसूस करने लगता है जिसके चलते पेड़ तरल पदार्थ निकालकर इस प्रकार की प्रक्रिया लंबे समय तक भी जारी रह सकता है।

वहीं उन्होंने बताया कि पेट से निकलने वाले इस तरल पदार्थ या किसी भी डाल पदार्थ को सेवेन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे स्वास्थ्य को लेकर हानिकारक साबित हो सकता है।

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