बीते महीने के दौरान किसानों को अपनी फसल में तेज बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। वही सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 51,353 किसानों के द्वारा अभी तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर मुआवजे के लिए दावा किया गया है। बता दें कि प्रदेश सरकार ने खराब मौसम के साथ प्रभावित किसानों की बढ़ती संख्या के चलते दावा दायर करने की लास्ट दिनांक को बढ़ाते हुए 5 फरवरी 2025 किया गया था।
Fasal Muavaja Last Date अपडेट
बीते महीने के दौरान प्रदेश में बारिश के साथ आई ओलावृष्टि के चलते रबी की फसल में भारी नुकसान हुआ। जिसके चलते प्रदेश के 9 जिलों में किसानों ने मुआवजे के लिए दावे दर्ज किया गए। किसानों को अपनी फसल में हुए नुकसान का मुआवजा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के माध्यम से पंजीकृत ना होने वाले किसानों को हरियाणा प्रदेश सरकार की ओर से मुआवजा नीति के तहत मिलेगा। लेकिन इसमें मुख्य रूप से किसानों को इस बात का विषय ध्यान रखें की राहत तभी मिलेगा जब मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य किया गया हो।
किन-किन स्थानों पर कितना हुआ नुकसान
जिला | गांव | किसान | भूमि |
हिसार | 249 | 7173 | 43779 |
चरखी दादरी | 168 | 12962 | 63695 |
गुरुग्राम | 162 | 7152 | 32691 |
रेवाड़ी | 281 | 6982 | 31040 |
महेंद्रगढ़ | 339 | 6800 | 28115 |
झज्जर | 220 | 6093 | 32734 |
फतेहाबाद | 143 | 2657 | 18359 |
पलवल | 190 | 1792 | 10188 |
रोहतक | 4 | 314 | 2280 |
आज आवेदन का अंतिम दिनांक
कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक किसान मौज दायर करने का अंतिम दिनों का आज 5 फरवरी 2025 है। वही प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों (DC) का निर्देश दिया गया जिसमें सुनिश्चित होगी सभी प्रदेश के किस जिनका नुकसान हुआ है वही तुरंत अपना नुकसान दर्ज करवाई। और इसको लेकर सरकार का मुख्य उद्देश्य किसानों को अपनी फसल में हुए नुकसान को जल्द वित्तीय मदद देना है ताकि किसानों के नुकसान की भरपाई को जल्द से पूरा हो सके।
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